मुझे ऐसा कोई कमाल दे बाबा
जो हर आफ़त को टाल दे बाबा
तनख़्वाह के पैसों से काम नहीं चलता
मेरी भी लाटरी निकाल दे बाबा
मन में कोई हसरत ना रहे
मुझको इतना माल दे बाबा
मुझसे कोई प्यार नहीं करता
ये बात मेरे ज़हन से निकाल दे बाबा
घर-वाली के हाथ ना लग जाएं
बाहर वाली के ख़त सँभाल दे बाबा
असग़र की सारी मांगें पूरी कर दे
ना कल पे उनको टाल दे बाबात
जो हर आफ़त को टाल दे बाबा
तनख़्वाह के पैसों से काम नहीं चलता
मेरी भी लाटरी निकाल दे बाबा
मन में कोई हसरत ना रहे
मुझको इतना माल दे बाबा
मुझसे कोई प्यार नहीं करता
ये बात मेरे ज़हन से निकाल दे बाबा
घर-वाली के हाथ ना लग जाएं
बाहर वाली के ख़त सँभाल दे बाबा
असग़र की सारी मांगें पूरी कर दे
ना कल पे उनको टाल दे बाबात
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