दिल की बातें किसी से बोलते नहीं हैं
पूल किसी दोस्त के खोलते नहीं हैं
जानते हैं दौलत अपने मुक़द्दर में नहीं
इसी लिए जेबों को हम टटोलते नहीं हैं
किसी बेवफा की याद में रो-रो कर
अपने अनमोल मोतीयों को रोलते नहीं हैं
मुहब्बत कि सामने दुनिया की दौलत किया है
मुहब्बत को दौलत से तौलते नहीं हैं
ख़ुदा अपने प्यारों का इमतिहान लेता है
इसी लिए कड़े वक़्त में डोलते नहीं हैं
दोस्तों की खूबियां याद रखते हैं सदा
इन कि ऐबों को टटोलते नहीं हैं
जानते हैं कि चांद तक रसाई मुम्किन नहीं असग़र
इसी लिए चकोर की तरह परों को तौलते नहीं हैं
पूल किसी दोस्त के खोलते नहीं हैं
जानते हैं दौलत अपने मुक़द्दर में नहीं
इसी लिए जेबों को हम टटोलते नहीं हैं
किसी बेवफा की याद में रो-रो कर
अपने अनमोल मोतीयों को रोलते नहीं हैं
मुहब्बत कि सामने दुनिया की दौलत किया है
मुहब्बत को दौलत से तौलते नहीं हैं
ख़ुदा अपने प्यारों का इमतिहान लेता है
इसी लिए कड़े वक़्त में डोलते नहीं हैं
दोस्तों की खूबियां याद रखते हैं सदा
इन कि ऐबों को टटोलते नहीं हैं
जानते हैं कि चांद तक रसाई मुम्किन नहीं असग़र
इसी लिए चकोर की तरह परों को तौलते नहीं हैं
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